सत्ता का रिपोर्ट कार्ड: 2024 के बाद क्या बदला, क्या बाकी है?
सत्ता का रिपोर्ट कार्ड: 2024 के बाद क्या बदला, क्या बाकी है?
प्रकाशित: NewBharat1824.in | अप्रैल 2025
"हर सरकार को चाहिए समर्थन, लेकिन ज़रूरी है मूल्यांकन भी।"
वादों की बरसात, ज़मीन पर सन्नाटा?
2024 में सत्ता में आने वाली सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे — महंगाई पर काबू, नौकरियों की बहार, शिक्षा और स्वास्थ्य में क्रांति। लेकिन आज जब हम 2025 की चौखट पर हैं, सवाल उठते हैं:
- क्या रोजगार के वादे पर कुछ ठोस काम हुआ?
- महंगाई से राहत मिली या सिर्फ भाषणों में जिक्र?
- शिक्षा और स्वास्थ्य की नीतियों का असर आम जनता तक पहुंचा?
जनता की नज़र से सच्चाई
सोशल मीडिया पर नारों की गूंज है, लेकिन गांव-कस्बों में अब भी अधूरी सड़कें, खाली अस्पताल और बेरोजगारी की चिंता दिखती है। सवाल यह है — सरकार ने कितना डिलीवर किया?
अब सिर्फ भावनाएं नहीं, फैक्ट्स देखिए
राजनीति में भावनाएं ताकतवर होती हैं, लेकिन लोकतंत्र को ज़रूरत है आंकड़ों की, जवाबदेही की।
2025 का नागरिक अब हर नीतिगत कदम पर सवाल कर रहा है — और यही लोकतंत्र की असली ताकत है।
NewBharat1824 की भूमिका:
हम सरकारों की आलोचना नहीं, उनका मूल्यांकन करते हैं — ताकि जनता को पता चले “क्या बदला, क्या बाकी है।”
यह भी पढ़ें:
- 2029 की तैयारी: युवा वोटरों की भूमिका और जिम्मेदारी
- नई सुबह, नया जनमत: 2024 से 2029 की ओर भारत का वोटर
- लोकतंत्र बनाम ड्रामेबाज़ी: एक जनचेतना
#SattaKaReportCard #Bharat2025 #VoterKiNazar
© 2025 NewBharat1824.in | सच के साथ, बदलाव के साथ
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! कृपया अपने विचार शालीनता और सम्मान के साथ साझा करें। अभद्र भाषा या स्पैम को हटा दिया जाएगा।