पाकिस्तान की धमकी: भारत के साथ खड़े देशों को कर्ज़ नहीं लौटाएँगे! | हास्यास्पद या दिवालिया सोच?
पाकिस्तान की धमकी: "भारत के दोस्तों का कर्ज़ नहीं चुकाएंगे!" — दिवालियापन की नई परिभाषा
लेखक: अभिजीत गुरु | NewBharat1824.in
कर्ज़ में डूबा देश अगर कर्ज़ की धमकी देने लगे, तो या तो उसकी हिम्मत की दाद देनी चाहिए — या उसके मानसिक संतुलन पर सवाल उठाना चाहिए। हाल ही में पाकिस्तान ने एक ऐसा ही हास्यास्पद बयान दिया कि “जो देश भारत के साथ खड़े हैं, उनका कर्ज़ पाकिस्तान कभी नहीं चुकाएगा।”
ये धमकी थी या दिवालिएपन की घोषणा?
जिस मुल्क का खजाना खाली हो, विदेशी मुद्रा भंडार लगभग शून्य हो, IMF से भीख जैसी शर्तों पर लोन मिल रहा हो, वो अब विश्व को “धमकियां” दे रहा है। यह ऐसा ही है जैसे कोई उधारी में जीने वाला आदमी अपने मोहल्लेवालों को बोले – “जिसने शर्मा जी से बात की, उसे मैं उधारी नहीं लौटाऊंगा।”
भारत से जलन का नया स्तर
पाकिस्तान की ये सोच बताती है कि भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक सम्मान से वो कितना परेशान है। आज भारत G20 की मेज़बानी करता है, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जबकि पाकिस्तान गूगल पर सबसे ज़्यादा "IMF next loan update" सर्च करता है।
विश्व समुदाय की प्रतिक्रिया?
संयुक्त राष्ट्र और बाकी वैश्विक संस्थाएं इस बयान को गंभीरता से लेंगी या हँसी में उड़ा देंगी, यह तो वक्त बताएगा। परंतु इतना तय है कि यह बयान पाकिस्तान की कूटनीतिक अपरिपक्वता और राजनीतिक हास्यबुद्धि का नया उदाहरण बन गया है।
भारत को क्या करना चाहिए?
भारत को चिंता करने की ज़रूरत नहीं, बल्कि दुनिया को ये याद दिलाने की ज़रूरत है कि जो देश दूसरों के हितों की परवाह करते हैं, वही विश्व नेतृत्व के काबिल होते हैं। पाकिस्तान की बयानबाज़ी उसके हताश मनोवृत्ति की निशानी है, और इससे भारत की स्थिति और मजबूत होती है।
आप इस व्यंग्यात्मक विश्लेषण को कैसे देखते हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर दें और इस पोस्ट को शेयर करें ताकि ये "दिवालिया धमकी" हर कोने तक पहुँचे।
— संपादक, NewBharat1824.in
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